कक्षा 11वीं में किस संकाय या विषय में प्रवेश लें.पॉलिटेक्निक करें या ITI के किसी ट्रेड में एडमिशन लें
सभी को नमस्कार
उम्मीद करता हूं कि आप और आपका परिवार कोरोना महामारी के दौर में दौर में पूरी तरह से स्वस्थ होंगे ।
आज की यह पोस्ट उन विद्यार्थियों के लिए समर्पित है जिन्होंने कोरोना महामारी के इस भीषण दौर में कई अपनों को खोया है इसके बाद भी उनके हौसले बुलंद बने रहे .
पूरे देश में विभिन्न राज्यों में जबकि कक्षा दसवीं की परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं सीबीएसई ने भी कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों को उनके पूर्व के प्रदर्शन के आधार पर कक्षा ग्यारहवीं में प्रमोट करने का निर्णय लिया है
मध्यप्रदेश में भी माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों के जो पूर्व के प्रदर्शन हैं जिनमें 3 वर्ष के औसत इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों की रिवीजन टेस्ट या अर्धवार्षिक परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर अंक देकर उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट करने का निर्णय लिया है ऐसे में यह तो तय है कि लगभग शत - प्रतिशत विद्यार्थी इस वर्ष कक्षा 10वीं से कक्षा ग्यारहवीं में पहुंच जाने की उम्मीद है
किन्तु असमंजस कक्षा दसवीं उत्तीर्ण करने के पश्चात कक्षा ग्यारहवीं में किस संकाय या विषय का चुनाव करें*पॉलिटेक्निक करें या ITI के किसी ट्रेड में एडमिशन लें
आपको कुछ मार्गदर्शन प्राप्त हो सके इस हेतु इस पोस्ट को प्रारंभ से अंत तक एक बार अवश्य पढ़ें।
कक्षा 10वीं उत्तीर्ण करने वाले अधिकांश विद्यार्थी 15 16 वर्ष आयु के होते हैं और उनके पास यह समझ नहीं होती है , कि वह कक्षा ग्यारहवीं में किस विषय समूह या संकाय का चयन करें अर्थात क्या उनको गणित विषय के साथ आगे कक्षा ग्यारहवीं में अध्ययन करना चाहिए या जीव विज्ञान विषय के साथ अध्ययन करना चाहिए अथवा कृषि संकाय का चयन करें या कॉमर्स संकाय का चयन करें अथवा पॉलिटेक्निक करें या ITI के किसी ट्रेड में एडमिशन लें अन्य किसी विषय समूह का चयन करें
कक्षा 10 से 11 वीं में प्रवेश लेने पर विषय चुनने के अवसर -यदि मध्यप्रदेश बोर्ड (MP BOARD) की बात करें तो कक्षा 11 वीं में कोई भी विद्यार्थी पांच विषय के साथ किसी भी संकाय को चुन सकता है
तो चलिए देखते हैं कि कोई भी विद्यार्थी कौन से पांच विषय समूह को चुन सकता है
विज्ञान संकाय/गणित समूह-
इसके अंतर्गत निम्नलिखित विषय लिए जा सकते हैं
1 हिंदी (नोट -अब हिंदी सामान्य या हिंदी विशिश्ट के स्थान पर केवल हिंदी विषय लागू किया गया है। ऐसा NCERT की पुस्तकें लागू होने के कारण है )
2 . अंग्रेजी (नोट -हिंदी के समान)
3 भौतिक शास्त्र
4. रसायन शास्त्र
5 जीविविज्ञान या गणित में से कोई एक।
यह विषय समूह हिंदी व अंग्रेजी दोनो माध्यम के छात्रों के साथ है । साथ ही हिंदी व अंग्रेजी के स्थान पर संस्कृत या इंफोर्मेटिव प्रक्टिसिस या व्यावसायिक शिक्षा अंतर्गत कोई एक ट्रेड ले सकते है।
अतिरिक्त विषय के रूप में छठवें विषय को लिया जा सकता है जैसे
हिंदी ,अंग्रेजी , भौतिक शास्त्र रसायन शास्त्र व गणित के साथ जीव विज्ञान विषय को अतिरिक्त विषय के रूप में लिया जा सकता है
कला संकाय - इसके अंतर्गत भी विद्यार्थी 5 विषय चुन सकते है
1 हिंदी /संस्कृत/IP/ व्यावसायिक शिक्षा का कोई ट्रेड
2 अंग्रेजी /संस्कृत/IP/व्यावसायिक शिक्षा का कोई ट्रेड
नॉट-हिंदी या अंग्रेजी में से कोई एक भाषा चुनना अनिवार्य है
3 राजनीति शास्त्र
4 इतिहास
5 भूगोल
6 अर्थशास्त
उक्त क्रमांक 3 से 6 तक मे कोई 2 या 3 विषय ले सकते है
नोट-उपरोक्त 3 से 6 तक मे 2 विषय लेने पर निम्नलिखित में से कोई एक विषय चुन सकते हैं
1 गणित
2 समाजशास्त्र
3 मनोविज्ञान
4 IP
5 होम साइंस समूह से हाइजीन विषय
6ड्राइंग,
7 संगीत ।
कृषि संकाय -इस संकाय का चयन करने वाले विद्यार्थियों को निम्नलिखित में 5 विषय लेने होंगे।
1 हिंदी /संस्कृत/IP/ व्यावसायिक शिक्षा का कोई ट्रेड
2 अंग्रेजी /संस्कृत/IP/व्यावसायिक शिक्षा का कोई ट्रेड
नॉट- हिंदी या अंग्रेजी में से कोई एक भाषा चुनना अनिवार्य है
3 कृषि एवं विज्ञान के लिए उपयोगी गणित के मूल तत्व
4 फसल उत्पादन एवं उद्यान शास्त्र
5 पशुपालन दुग्ध व्यवसाय मुर्गी पालन एवं मत्स्य पालन
वाणिज्य संकाय (कामर्स संकाय) -
1 हिंदी /संस्कृत/IP/ व्यावसायिक शिक्षा का कोई ट्रेड
2 अंग्रेजी /संस्कृत/IP/व्यावसायिक शिक्षा का कोई ट्रेड
नॉट- हिंदी या अंग्रेजी में से कोई एक भाषा चुनना अनिवार्य है
3 पुस्तपालन एवम लेखाशास्त्र
4 व्यावसायिक अध्ययन
5 अर्थशास्त्र (कला एवं वाणिज्य संकाय)
गृह विज्ञान (होम साइंस) संकाय -
1 हिंदी /संस्कृत/IP/ व्यावसायिक शिक्षा का कोई ट्रेड
2 अंग्रेजी /संस्कृत/IP/व्यावसायिक शिक्षा का कोई ट्रेड
नॉट- हिंदी या अंग्रेजी में से कोई एक भाषा चुनना अनिवार्य है
3 गृह प्रबंधन
4 विज्ञान के तत्व
5 एनाटॉमी
6 हाइजीन
उक्त क्रमांक 3 से 6 में से कोई 3 विषय लिए जा सकते है।
मध्य प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा चयनित विद्यालयों में व्यवसायिक शिक्षा ( वोकेशनल एजुकेशन )अंतर्गत निम्नलिखित पाठ्यक्रम संचालित हैं विद्यार्थी भाषा समूह के अंतर्गत हिंदी व अंग्रेजी के स्थान पर कोई भी एक व्यवसायिक शिक्षा का विषय अपने अध्ययन हेतु चुन सकते हैं
1, IT
2 सिक्युरिटी
3 ब्यूटी एंड वेलनेस
4 बैंकिंग एंड फाइनेंसियल सर्विसेज
5 इलेक्ट्रिकल टेक्नोलॉजी
6 हेल्थ केअर
7 फिजिकल एडुकेशन एंड स्पोर्ट्स
8 रिटेल
9 ट्रेवल एंड टूरिज्म
आइए अब हम बात करते हैं कि कक्षा 10 में उत्तीर्ण करने के पश्चात कक्षा ग्यारहवीं में हम किस विषय समूह का चयन अपने अध्ययन के लिए करें
कक्षा ग्यारहवीं में विषय चुनने के लिए विद्यार्थी निम्न बिंदुओं में से कुछ बिंदुओं को विषय चयन हेतु अपना आधार बना सकते हैं
रुचि
शौक
क्षमता
अवसर
नौकरी
सपना
कैरियर
विषय चयन करते समय उक्त के अलावा मुख्यतः निन्म विन्दुवों को आधार बनावे
1 किसी विषय विशेष में आपकी अभिरुचि
2 भविष्य के लिए कैरियर
3 सर्टिफाइड कैरियर काउंसलर से परामर्श
4 MP कैरियर मित्र एप व वेबसाइट से सहायता
उक्त विंदु आपको कक्षा 11 वीं में विषय चयन हेतु मददगार हो सकते हैं ।।
विषय का चयन निम्नलिखित आधारों पर ना करें
1 हमारे किसी दोस्त ने कोई विषय लिया है तो उसकी दोस्ती की खातिर हम भी उसी विषय को लें , यह ना करें
2 अपनी अभिरुचि वहां क्षमता को नजरअंदाज कर बहुत सारे लोग कह रहे थे ,कि इस विषय का लेना अच्छा रहता है इस आधार पर भी विषय का चयन ना करें
3 किसी विषय को कैरियर के लिए अच्छा बताया जा रहा हो,किन्तु आपका मन उस विषय मे न लगे तब उस विषय को न ले।
4 आप जिस विद्यालय में प्रवेश ले रहे हैं या लेने जा रहें है उस विद्यालय में यदि आपके पसंद का विषय /विषय समूह न दिया जा रहा हो कोई अन्य विषय/विषय समूह न लें।
5 किसी भी ऐसे व्यक्ति से सलाह न ले जो स्वयं ही शिक्षित न हो।
विषय चयन के लिए स्थानीय मार्गदर्शन-
कक्षा 11 वीं में सही विषय का चुनाव आपके पूरे कैरियर को प्रभावित करता है गलत निर्णय , आपके जीवन मे संघर्ष को बढ़ा देता है। ऐसे में जबकि अनुभवी करियर काउंसलर एवं केरियर मित्र एप या वेबसाइट से सहायता प्राप्त ना हो तब हम स्थानीय परिवेश व परिस्थितियों के आधार पर अपने विषय चुनने के लिए मजबूर हो जाते हैं ऐसी परिस्थिति में हमें अपने विद्यालय के अनुभवी शिक्षकों एवं अपने परिवार पड़ोस में किसी उच्च शिक्षित व्यक्ति से विषय चयन हेतु सलाह लेना चाहिए।
कक्षा 10वीं उत्तीर्ण करने के पश्चात कक्षा 11वीं में प्रवेश के अतिरिक्त भी है विकल्प।
ऐसा नहीं है कि हमें कक्षा दसवीं ओपन करने के पश्चात यदि आगे अध्ययन करना है तो कक्षा ग्यारहवीं में ही प्रवेश लेना पड़े इसके अतिरिक्त भी विद्यार्थियों के समक्ष पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेकर अपने कैरियर को मजबूत करने का भी अवसर है
कक्षा 10वीं उत्तीर्ण करने के पश्चात पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रमों में ले सकते हैं प्रवेश
क्या है पॉलीटेक्निक-
पॉलिटेक्निक को इंजीनियरिंग कोर्स के विकल्प के तौर पर समझा जा सकता है जहां इंजीनियरिंग के कोर्स साडे 4 साल या 5 साल के होते हैं जबकि पॉलिटेक्निक के जो पाठ्यक्रम या कोर्स है वह डिप्लोमा पाठ्यक्रम होते हैं जो कि सामान्य तौर पर 3 वर्ष की अवधि के होते हैं पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रमों ममें प्रवेश कक्षा 10वीं और 12वीं के बाद लिया जा सकता है जबकि इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रमों में प्रवेश कक्षा बारहवीं के पास करने के बाद ही होता है
पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रम को पूर्ण करने के पश्चात यदि कोई विद्यार्थी इंजीनियरिंग कोर्स करना चाहे तो उसे इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम के तीसरे सेमेस्टर में सीधे प्रवेश प्राप्त हो जाता है इस प्रकार उसकी 1 वर्ष की बचत हो जाती है।
पॉलिटेक्निक की ब्रांचेज- इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की तरह ही पॉलिटेक्निक में भी अनेक ब्रांच एस उपलब्ध हैं जिनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार से हैं
1इलेक्ट्रॉनिक
2 इलेक्ट्रिकल
3 सिविल
4 मेकेनिकल
5 कंप्यूटर साइंस
6 इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी
आदि ।
इन पाठ्यक्रमो में कक्षा 10 वीं के बाद सीधे प्रवेश लिया जा सकता है।
किन्तु ध्यान रखें इन पाठ्यक्रमो में प्रवेश किसी अच्छे शासकीय कॉलेज में ही ले। प्रवेश के पुर्व पता कर लें उक्त पाठ्यक्रम में अध्यापन करने वाले नियमित शिक्षक है या नही। ऐसे विद्यार्थी जो शीघ्र रोजगार चाहते है उनके लिए 11 वीं में पढ़ने के बजाय पॉलीटेक्निक पाठ्यक्रमो में प्रवेश एक अच्छा विकल्प है ।
कक्षा 10वीं उत्तीर्ण करने के पश्चात ले सकते हैं आईटीआई (ITI) में प्रवेश
कक्षा दसवीं उत्तीर्ण करने के पश्चात आईटीआई पाठ्यक्रमों में प्रवेश भी कैरियर का एक अच्छा विकल्प है
क्या है आईटीआई (ITI)- आईटीआई पाठ्यक्रमों में भी कक्षा दसवीं उत्तीर्ण करने के पश्चात प्रवेश लिया जा सकता है यह भी पॉलिटेक्निक की तरह एक तकनीकी पाठ्यक्रम है किंतु पॉलिटेक्निक व आईटीआई में यह प्रमुख अंतर यह है कि पॉलिटेक्निक के पाठ्यक्रम जहां 3 वर्ष की अवधि के होते हैं वही आईटीआई पाठ्यक्रम 3 महीने से लेकर 3 वर्ष तक की अवधि के होते हैं
आईटीआई का पूरा नाम Industrial Training Institute या औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान होता है ।
आईटीआई पाठ्यक्रम या ट्रेड मुख्यत बड़े उत्पादन इकाइयों /कंपनियों में कुशल कार्मिकों की पूर्ति के लिए डिजाइन किए गए हैं आईटीआई पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने के पश्चात भी शीघ्र रोजगार प्राप्त करने की संभावना बढ़ जाती है
आईटीआई पाठ्यक्रम ट्रेड आईटीआई पाठ्यक्रम निम्नलिखित ट्रेडों में संचालित होता है
1 फिटर
2 इलेक्ट्रिशियन
3 प्लम्बर
3 व्यूटी केअर
4 मॉडर्न आफिस मैनेजमेंट
5 स्टेनोग्राफर
6 वेल्डर
7 वायरमैन
8 मोल्डर
9 टर्नर
10 उपकरण व डाई मेकर
11 मेटल शीट वर्कर
12 मशीनिषठ
13 ड्राफ्टमैन
14 मोटर मैकेनिक
15 मैकेनिक रेडियो व टेलीविजन
16 वास्तुकला
17 कंप्यूटर ऑपरेटर
18 इलेक्ट्रो प्लाटर
20 काटना व सिलाई
21, चाइल्ड केयर
22 डेस्कटॉप पब्लिशिंग
23 CAD
25 इंटीरियर डेकोरेशन
26 स्किन केअर
27 सेक्रेटरी प्रक्टिसिस
28 रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग
आदि आईटीआई में बहुत से ट्रेड है जिनमे कक्षा 10 / 12 वीं के बाद प्रवेश लेकर कम समय मे रोजगार प्राप्त किया जा सकता है।
उम्मीद करता हूं इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको कक्षा ग्यारहवीं में किस विषय का चयन करना चाहिए इस संबंध में कुछ मार्गदर्शन प्राप्त हुआ होगा। धन्यवाद
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